धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥ मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥ https://habiba02355.wikibuysell.com/1026534/5_tips_about_shiv_chalisa_lyricsl_you_can_use_today