अगला तरीका है उन धागों की बत्ती ना बनाएं बल्कि उन्हें कूटनें के बाद नीम के पेड़ की जड़ के पास गाड़ दें। २१ दिनों तक हर रोज़ ११८८ बार वहां रात को जाकर काली का मंत्र जपें और सवेरे अपना पहला मूत्र उस गड़े धागे के पास करें। हालाँकि https://freekundli82604.frewwebs.com/33837338/new-step-by-step-map-for-mahakal