बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। भूत पिशाच निकट नहिं आवै। महावीर जब नाम सुनावै॥ क्या चलते-फिरते हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं? होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥२१॥ सब सुख लहै तुह्मारी सरना । बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। Furthermore, it aids in battling the unsafe results of https://baglamukhi60243.blogripley.com/35647593/rumored-buzz-on-hanuman-mantra