आगामी संस्करणों के लिए योगानन्दजी की अभिलाषाएँ अक्सर हम अपने भविष्य और जीवन को सुखमय बनाने के बारे में सोचते हैं. लेकिन अगले ही पल दुसरे विचार हमारे मन में आने लगते हैं. जैसे आखिर जीवन का मतलब क्या है? DISCLAIMER: This page and the goods supplied are for enjoyment https://theodorel653qai1.blog-ezine.com/profile